कोलंबिया एशिया अस्पताल के फ्रंट लाइन बर्कर्स ने कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज़ उत्साह और स्वाभिमान से लगवाई

पटियाला 21 जनवरी, पिछले शनिवार देश की सबसे बड़ी कोरोना वैक्सीन ड्राइव की शुरुआत करते हुआ भारत में लाखों लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज़ लगाई गयी I  भारत मैं बनाई गयी दो वैक्सीन्स कोविशिएल्ड और कोवाक्सिन प्रमुखता बाले लोगों के समूह को पिछले 5 दिन मैं लगाई गयी है I पटिआला में हज़ारों लोगों को ये वैक्सीन लगाई गयी जबकि बाकि लोग अपनी बारी इंतज़ार में हैं I कोलंबिया एशिया अस्पताल के 100 कर्मचरियों ने पहले दिन इस वैक्सीन की पहली डोज़ उत्साह और स्वाभिमान से लगवाई I

भारत जिसने की कोरोना वायरस महामारी को झेला है एशिया के अन्य देशों के मुकाबले सबसे पहले वैक्सीन  प्रोग्राम की शुरुआत की है I  कोरोना वैक्सीन लोगों के लिए चैन की साँस ले के आयी है और पूरी उम्मीद है की ये कोरोना वायरस का खौफ जो पिछले 10 महीनों में फैला है उसे ख़त्म करने में मदद करेगी I

आइये भारत के कोरोना वैक्सीन प्रोग्राम को समझें :

  • भारत में बनी दो कोरोना वायरस वैक्सीन उपलब्ध हैं कोविशिएल्ड जो कि सीरम इंस्टिट्यूट ने बनाई है और कोवाक्सिन जो की भारत बायोटेक  ने बनाई है I
  • 28 दिन के अंतराल के भीतर वैक्सीन कि दो खुराक दी जाएँगी और इसका प्रभाब दूसरी खुराक के 14 दिन बाद शुरू होगा I
  • वैक्सीन ज़रूरी मंज़ूरी के बाद ही प्रयोग में लाई गयी है और अथॉरिटीज ये पक्का कर रहे हैं कि वैक्सीन रस्ते में और स्टोरेज के दौरान 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर ही राखी जाये I
  • संभाभिक साइड इफ़ेक्ट इंजेक्शन कि जगह पर दर्द, हल्का बुखार, थकान, एलर्जी अदि हैं जो कि साधारण दबाई से ठीक हो सकते हैंI
  • लोग जिनको कि पहले कोरोना संक्रमण, क्रोनिक बीमारी या इम्यूनोडेफिशियेंसी और HIV से पीड़ित हैं के लिए ये वैक्सीन सुरक्षित हैI
  • वैक्सीन 1 करोड़ सरकारी और प्राइवेट हेल्थ वर्कर्स को और फिर 2 करोड़ फ्रंटलाइन एडमिनिस्ट्रेटिव और म्युनिसिपल वर्कर्स और 50 साल कि उम्र से ऊपर लोगों को लगाई जाएगी I
  • जो भी वैक्सीन के लिए रजिस्टर करना चाहते हैं वो यह CoWIN वेबसाइट के द्वारा सरकारी फोटो आई डी कार्ड से कर सकते हैंI इसके बाद निश्चित तिथि और समय रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेज दी जाएगी I

जिनको भी ये वैक्सीन अभी तक लगी है वो सभी अभी तक बिना ज्यादा कोई साइड इफ़ेक्ट के सुरक्षित पाए गए हैं I  हालाँकि वैक्सीन लगवाना पूरी तरह से स्वैछिक है पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए ये वैक्सीन लगवाने कि सलाह दी जाती है I वैक्सीन लगवाने के बावजूद भी मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाने और समय-समय पर हाथों को धोने और सेनीटाइज़ करने कि ज़रुरत है I


भारत के पास पहले भी बड़े स्तर पर वैक्सीन प्रोग्राम चलाने कि क्षमता और तज़र्बा है, इसलिए फ्रंट लाइन वर्कर्स और सरकार कि मदद से ये कार्यक्रम भी ठीक उसी तरीके से चलेगा I इस मुश्किल समय में यह वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम देश की बयवसायिक स्तिथि को उभारने और सेहत कार्यक्रम को मज़बूत करने में जड़ी बूटी का काम करेगा I             

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